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आज हम आपको सम्राट अशोक से जुड़े तथ्य बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आज से पहले शायद ही आपने सुना हो

 



सम्राट अशोक से जुड़े तथ्य – सम्राट अशोक मौर्य राजवंश के चक्रवर्ती राजा थे जिनका जन्म ईसापूर्व 304 में हुआ था. भारत इतिहास में सम्राट अशोक को अपने जीवन काल का सबसे महान योद्धा और राजा माना जाता है.

आज हम आपको सम्राट अशोक से जुड़े तथ्य बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आज से पहले शायद ही आपने सुना हो –


सम्राट अशोक से जुड़े तथ्य –


सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक मौर्य था.


सम्राट अशोक अपनी बाल्यावस्था से ही सैनिक मामलो में बहुत प्रतिभावना थे.


अशोक के पिता बिन्दुसार की सबसे प्रिय रानी अशोक की माता धर्मा थी.


राजा अशोक का राजकाल ईसा पूर्व 273 से 232 तक था.


बेहतर प्रशासन और बौद्ध धर्म के प्रचार में सम्राट अशोक का बहुत बडा रोल माना जाता है.


सम्राट अशोक एक ऐसे वीर योद्धा थे जिन्हें उनके पूरे जीवन काल में कोई भी नही हरा पाया था.


अशोक महान राजा होने के साथ ही एक दार्शनिक भी थे.


सम्राट अशोक विद्या को काफी मह्तवपूर्ण मानते थे और उन्होंने अपने जीवन में 20 से अधिक विश्वविद्यालयों की स्थापना की थी.


सम्राट अशोक का अशोक चिह्न आज के भारत राष्ट्र को दर्शाता है.


बौद्ध धर्म में यदि गौतम बुद्ध के बाद किसी का नाम आता है तो वो सम्राट अशोक का है.




सम्राट अशोक की अपने कलिंग युद्ध के चलते सोच परिवर्तित होने के कारण उन्होंने अहिंसा अपना ली और बोद्ध धर्म की ओर प्रभावित हो चले.


सम्राट अशोक की तुलना विश्व इतिहास के महान नेताओं और शासकों के साथ की जाती है.


महान सम्राट अशोक ने अहिंसा को अपनाते हुए विश्व भर में बौद्ध धर्म का प्रचार किया.


राजा अशोक के शासन काल को स्वर्णिम काल के रूप में याद किया जाता है.


अशोक ने अपने सिद्धांतों को धम्म नाम दिया था.


ये बात शायद काफी कम लोगों को पता हो लेकिन अशोक ने राज सिन्हासन पाने के लिए अपने कई भाइयों की हत्या भी की थी.


अशोक के पुत्र महेंद्र और पुत्री संघमित्रा ने श्रीलंका में बौद्ध धर्म का प्रचार किया था.


अशोक की सभी रानियों में से उनको सबसे प्रिय उनकी महारानी देवी थी और उन्हें ही केवल अनकी पत्नी माना जाता था.


यदि मौर्य वंश में किसी ने सबसे अधिक समय के लिए राज किया था तो वो थे सम्राट अशोक.

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अशोक ऐसे पहले सम्राट थे जिन्होंने कलिंग को युद्ध में हराया था और अपने दादा चंद्रगुप्त मौर्या का सपना पुरा किया था जो मौर्य शासन को पुरे भारत में देखना चाहते थे.

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कहा जाता है कि सम्राट अशोक की मृत्यु 232 ईसा.पूर्व में हुई थी.


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