राजस्थान के जैसलमेर में एक ऐसा स्कूल है, जो दुनियाभर से तारीफें बटोर रहा है. स्कूल के डिजाइन से लेकर यहां पढ़ने वाली छात्राओं की यूनिफॉर्म तक, हर एक चीज बेहद ही खास है. वैसे तो स्कूल का नाम राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल (Rajkumari Ratnavati Girls School) है, लेकिन इसे ज्ञान केंद्र के नाम से भी जाना जाता है. इसकी कई तस्वीरें फेसबुक पर ब्यूटिफुल जयपुर नामक पेज से शेयर की गई हैं.
इस प्रोजेक्ट की शुरुआत CITTA फाउंडेशन ने की थी, जिसके तहत लड़कियों को शिक्षा दी जाती है, साथ ही महिलाओं को रोजगार की स्किल्स सिखाई जाती हैं. रेगिस्तान के बीचों बीच बसा ये स्कूल 22 बीघा जमीन में फैला है, जिसे सूर्यग्रह पैलेस होटल के मालिक मानवेंद्र सिंह शेखावत ने दिया है. जो CITTA फाउंडेशन इंडिया से निदेशक के तौर पर जुड़े थे.
इस स्कूल को तैयार करने के लिए जैसलमेर के शाही परिवार के चैतन्य राज सिंह और राजेश्वरी राज्य लक्षमी ने भी सहयोग दिया है (Girls School). स्कूल में 400 लड़कियां पढ़ सकती हैं और इसे किंडरगार्डन से लेकर कक्षा 10वीं तक की शिक्षा देने के लिए निर्मित किया गया है. स्कूल को न्यूयॉर्क स्थित आर्किटेक्ट डायना केलौग ने डिजाइन किया है.
यहां की छात्राएं जो ड्रेस पहनती हैं, उसे मशहूर डिजाइनर साब्यसाची मुखर्जी ने डिजाइन किया है. वहीं इसकी वेबसाइट पर इससे जुड़ी कई बातें बताई गई हैं. स्कूल जैसलमेर में क्यों बनाया गया? इस बारे में बताया गया है कि राजस्थान भारत का तीसरा बड़ा राज्य है, जहां पुरुषों की साक्षरता दर 79.19% और महिलाओं की 52.66% है (Literacy Rate). यानी मुख्य उद्देश्य महिला साक्षरता दर को बढ़ाना है.
इस राज्य की 80 फीसदी जनसंख्या जैसलमेर जैसे ग्रामीण इलाकों में रहती है. जहां महिलाओं की साक्षरता दर 32 फीसदी तक कम है और वह मुख्य रूप से घर पर रहकर घरेलू काम ही करती हैं (Girl Education). इसके अलावा यहां बड़ी संख्या में बाल विवाह होते हैं, जिसके कारण बहुत कम लड़कियों को पढ़ाई करने का मौका मिल पाता है.
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