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Showing posts from January, 2021

खरगोन - मध्यप्रदेश में घुमने के लिए प्रमुख स्थान

 मध्यप्रदेश के पूर्वी निमाड़ तथा महाराष्ट्र की सीमा से लगा हुआ नगर खरगोन एक बहुत ही प्राचीन शहर है | खरगोन जिला कुंडा नदी के तट पर बसा हुआ है वहीँ इसकी दूसरी और नर्मदा नदी भी बहती है जिसके किनारे कई दार्शनिक, एतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल है जिन्हें देखने और घुमने बड़ी संख्या में सैलानी पुरे वर्ष भर आते है | अगर खरगोन के इतिहास की बात करे तो इसका इतिहास महान राजाओ और रानियों से जुड़ा हुआ है, खरगोन जिले का महेश्वर शहर एक समय पर महान रानी देवी अहिल्या की राजधानी रहा है, उनके राज में महेश्वर शहर कर चाहोमुखी विकास हुआ, साथ ही उन्होंने महेश्वर और जहाँ तक उनका साम्राज्य फैला था वहां तक अंग्रेजी और मुगलिया हुकूमत से इसकी रक्षा भी की | इसके अलवा खरगोन का नाता मराठा साम्राज्य के महान शासक रहे पेशवा बाजीराव से भी रहा है, पेशवा बाजीराव ने खरगोन जिले के रावेरीखेडी गाँव में ही अपनी अंतिम सांसे ली थी | खरगोन जिले अपनी एक अलग दार्शनिक पहचान भी रखता है यहाँ उन, मण्डलेश्वर, महेश्वर, नागलवाडी, सिरवेल आदि स्थान जहाँ महादेव शिव शंकर और अन्य देवी देवताओ के प्राचीन मंदिर बने हुए है | जानते है खरगोन जिले के

इंदौर में घुमने के लिए प्रमुख स्थान

  1. राजवाडा - राजवाडा इंदौर की सबसे पुरानी इमारतों में से एक है, यह एक एतिहासिक और शानदार महल है, जिसे ब्रिटिश शासनकाल के समय होलकर राजाओ ने बनवाया था इस ईमारत में कुल 7 मंजिले है महल में रानी अहिल्याबाई की एक मूर्ति बनी हुई है, वहीँ रजवाड़े के सामने एक बड़ा सा चौक है जो मुख्य चौक है | 2. छप्पन भोग – छप्पन भोग इंदौर शहर का वो स्थान है जहाँ आपको हर प्रकार का भोजन प्राप्त हो जायेगा, इस स्थान पर 56 प्रकार की अलग अलग दुकाने बनी हुई है | यहाँ स्थापित हर दुकान पर आपको एक विशेष प्रकार की दिश प्राप्त होगी, शाम के समय यहाँ पर अच्छी खासी भीड़ नजर आती है जो भी खाने का शोकिन है वो यहाँ जरुर आत है और यहाँ के स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त उठता है | 3. रालामंडल वन्यजीव अभ्यारण – रालामंडल मध्यप्रदेश का सबसे पुराना वन्यजीव अभयारण है | ये इंदौर शहर 11 किलोमीटर की दुरी पर तिल्लोर खुर्द गाँव के पास पहाड़ी पर स्थित है, इस अभयारण में कई प्रकार के जंगली जानवर जैसे बाघ, हिरण, तेंदुआ, चिता और कई विभिन्न प्रजातियों के पक्षी भी नजर आते है | इस वन्यजीव अभयारण की स्थापन सन 1981 में गई थी | अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो आ

उज्जैन के प्रमुख पर्यटन स्थल

  1. महांकाल मंदिर उज्जैन – उज्जैन का महांकाल मंदिर अपने आप में ही बहुत विस्तृत है आपको जान कर हैरानी होगी देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से केवल महांकाल ज्योतिर्लिंग ही दक्षिण मुखी है, तथा केवल महांकाल मंदिर में ही भस्म आरती होती है जहाँ भगवान महांकाल को चिता की भस्म से विभूषित किया जाता है ये आरती हर प्रातःकाल 4 बजे होती है, भगवान महांकाल को उज्जैन के लोग शहर और समस्त श्रृष्टि का राजा कहते है, कहा जाता है उज्जैन में कोई भी बड़ा व्यक्ति जो किसी देश का प्रमुख हो उज्जैन में रात्रि को नहीं रुक सकता, कहा जाता है अगर ऐसा कोई करता है तो उसकी मृत्यु हो जाती है, स्वयं उज्जैन के राजा रहे महाराजा विक्रमादित्य भी कभी उज्जैन में रात्रि विश्राम नहीं करते थे | इसके पीछे की कहानी हम आपको एक अन्य आर्टिकल के द्वारा कुछ समय बाद बताएँगे | महांकाल मंदिर परिसर में और भी कई मंदिर है, वाही भगवान महांकाल गर्भगृह में विरजमान है | भगवान महांकाल का पुरे दिन पञ्च बार श्रृंगार होता है, और हर श्रृंगार हर दिन अलग होता है इससे पता चलता है 365 दिन में भगवान महांकाल के 1825 श्रृंगार होते है | श्रवण मास का उज्जैन में काफी

होशंगाबाद में घुमने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थल

 होशंगाबाद में घुमने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थल 1. पचमढ़ी हिल स्टेशन – पचमढ़ी हिल स्टेशन होशंगाबाद ही नहीं मध्यप्रदेश का भी सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है | पचमढ़ी सतपुड़ा की पहाडियों पर एक शांत हिल स्टेशन है जिसके चलते इसे सतपुड़ा की रानी भी कहा जाता है | पचमढ़ी समुद्र तल से 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जिसके कारण यह पर्यटकों को काफी ज्यादा अपनी और आकर्षित करता है | पचमढ़ी का बहुत पुराना इतिहास रहा है कहा जाता है पांडव अपने वनवास के दौरान यहाँ ठहरे थे और कुछ समय बिताकर आगे बड़े थे | जिसकी निशानी आज भी यहाँ पांडव गुफाएं के रूप में मौजूद है जो पांडवों के यहाँ आने का सत्य प्रमाण है | पचमढ़ी का हिल स्टेशन सनसेट पॉइंट के लिए काफी लोकप्रिय है जो भी पर्यटक यहाँ आते है वो इस सुन्दर नज़ारे को देखे बिना यहाँ से नहीं जाते, क्यों की पहाड़ी की चोटी से ढलता हुआ सूरज बहुत ही मनोरम लगता है | इसके अलवा पचमढ़ी में बी फॉल और धुपगढ जैसे छोटे पर्यटन स्थल है जो लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र है | साथ ही पचमढ़ी शिव भक्तो के लिए भी खास धार्मिक स्थल है |        2. सेठानी घाट – सेठानी घाट होशंगाबाद का सबसे प्राचीन और एतिहासिक