दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज 'गंगा विलास' वाराणसी से डिबरूगढ़ के बीच संचालित होकर पर्यटकों को भारत की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और जैव विविधता की समृद्धि का अवलोकन कराएगा।
पहले सफर में स्विट्ज़रलैंड के 32 मुसाफिर हैं जो 51 दिनों का सफर करके काशी से डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा
गंगा विलास क्रूज आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है। क्रूज का इंटीरियर देश की संस्कृति और धरोहर को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इंटीरियर में सफेद, गुलाबी, लाल और हल्के रंगों का इस्तेमाल किया गया है। वुडेन फ्लोरिंग और रंगों का बेहतर समन्वय पर्यटकों को सबसे अधिक पसंद आ रहा है। गंगा विलास क्रूज की आधिकारिक जलयात्रा सितंबर से शुरू हो सकती है, फिर भी क्रूज की बुकिंग अगले दो वर्षों के लिए फुल हो गई।
गंगा क्रूज के डायरेक्टर राज सिंह ने बताया कि यह क्रूज पूरी तरह से भारत में निर्मित हैं। देश भर के कई राज्यों के 40 क्रू के सदस्य हैं। क्रूज की लंबाई साढ़े 62 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर है। इसमें पर्यटकों के रहने के लिए कुल 18 सुइट्स हैं। साथ में एक 40 सीटर रेस्टोरेंट, स्पा रूम और तीन सनडेक हैं। साथ में म्यूजिक का भी इंतजाम किया गया है। 32 पर्यटकों सहित कुल 80 यात्रियों के ठहरने की सुविधा है।
➡Dawn of New Era in #RiverCruise Tourism
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) January 12, 2023
MV #gangavilas🚢 World's #LongestRiverCruise
🔹To showcase the strength of inland waterways
🔹Highlighting the untapped tourism potential of India🇮🇳#LongestRiverCruise #GangaVilasCruise pic.twitter.com/hV4Rh1uT8X
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