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Showing posts from July, 2023

माँ की याद में जलाशय...

 माँ की याद में जलाशय... #जनासागर पुराणों की माने तो पितृ, पूर्वज अपने वंशजों से यह कामना करते हैं कि कोई होगा उनका वंशवर्ती जो जलदान करेगा। मार्कंडेय पुराण और गरुड़ पुराण में तो यह कामना गाथा रूप में निबद्ध है...। मेवाड़ के महाराणा राजसिंह ने जलदान हेतु हमेशा- हमेशा के लिए उपयोगी जलाशय बनाने का संकल्प किया और आजीवन सपरिवार जलाशयों के निर्माण में जुटे रहे। उनके आसपास वालों को डर था कि मुगल जलस्रोतों के निर्माण का विरोध करेंगे और राजसिंह गंगा आराधक भगीरथ की तरह इस बात पर दृढ थे कि अरावली की नदियां जलालय हो जाये और पथिक तो क्या परिंदों तक को मीठा पानी सुलभ हो। (राजप्रशस्ति) Video Advertisement उदयपुर से कुछ ऊंचाई पर 8 किलोमीटर बड़ी नामक गांव में जलाशय निर्माण की संभावना आई तो महाराणा राजसिंह ने काम शुरू करवाया। श्रद्धास्पद अपनी माँ जनादे के नाम पर इसका निर्माण करवाया था, जिसकी प्रशस्ति में लिखा है : बड़ी ग्रामस्य निकटे तत्कासारस्य राजत:। जनासागर इत्येवं प्रसिद्धस्समाजयत।। २२।। जनादे मेड़ता (नागौर) के राठौड़ राजा राजसिंह की पुत्री थी और भक्तिमती मीरांबाई के कुल की थी। उनका पहले नाम कर्मेति था औ

केदारनाथ को क्यों कहते हैं ‘जागृत महादेव’ ?, दो मिनट की ये कहानी रौंगटे खड़े कर देगी

 केदारनाथ को क्यों कहते हैं ‘जागृत महादेव’ ?, दो मिनट की ये कहानी रौंगटे खड़े कर देगी " एक बार एक शिव-भक्त अपने गांव से केदारनाथ धाम की यात्रा पर निकला। पहले यातायात की सुविधाएँ तो थी नहीं, वह पैदल ही निकल पड़ा। रास्ते में जो भी मिलता केदारनाथ का मार्ग पूछ लेता। मन में भगवान शिव का ध्यान करता रहता। चलते चलते उसको महीनो बीत गए।* *आखिरकार एक दिन वह केदार धाम पहुच ही गया। केदारनाथ में मंदिर के द्वार 6 महीने खुलते है और 6 महीने बंद रहते है। वह उस समय पर पहुचा जब मन्दिर के द्वार बंद हो रहे थे। पंडित जी को उसने बताया वह बहुत दूर से महीनो की यात्रा करके आया है। पंडित जी से प्रार्थना की - कृपा कर के दरवाजे खोलकर प्रभु के दर्शन करवा दीजिये । लेकिन वहां का तो नियम है एक बार बंद तो बंद। नियम तो नियम होता है। वह बहुत रोया। बार-बार भगवन शिव को याद किया कि प्रभु बस एक बार दर्शन करा दो। वह प्रार्थना कर रहा था सभी से, लेकिन किसी ने भी नही सुनी। पंडित जी बोले अब यहाँ 6 महीने बाद आना, 6 महीने बाद यहा के दरवाजे खुलेंगे। यहाँ 6 महीने बर्फ और ढंड पड़ती है। और सभी जन वहा से चले गये। वह वही पर रोता रहा। र